जिद्दी बनो अपने लक्ष्य के लिए
🧱 टॉपिक: जिद्दी बनो अपने लक्ष्य के लिए | Be Stubborn for Your Goal
भूमिका: जब तक जिद नहीं, तब तक जीत नहीं
जीवन में सफलता पाने वाले और असफल रहने वाले लोगों के बीच सिर्फ एक ही बड़ा अंतर होता है — जिद।
जो व्यक्ति अपने लक्ष्य के लिए जिद्दी होता है, वही असंभव को संभव बना देता है। जिद ही वह ऊर्जा है जो इंसान को मुश्किल हालातों में भी डटे रहने की ताकत देती है।
कई बार रास्ते कठिन होते हैं, परिस्थितियाँ हमारे खिलाफ होती हैं, लेकिन अगर जिद है – तो मंज़िल खुद रास्ता बना लेती है।
इसलिए कहा गया है –
“अगर सपनों को सच करना है, तो अपने अंदर एक ज़िद्दी इंसान को जगाओ।”
1️⃣ जिद का असली मतलब क्या है?
बहुत से लोग "जिद" शब्द को नकारात्मक रूप में देखते हैं।
उन्हें लगता है कि जिद का मतलब है किसी चीज़ पर अड़ जाना, चाहे सही हो या गलत।
लेकिन यहाँ बात लक्ष्य के लिए जिद की हो रही है – यानी ऐसी जिद जो आपके जीवन को आगे बढ़ाए, जो आपको आपकी मंज़िल तक पहुँचाए।
👉 सकारात्मक जिद का मतलब है –
“कठिनाइयों के बावजूद अपने लक्ष्य से पीछे न हटना, जब तक उसे हासिल न कर लो।”
यह वही जिद है जो अब्दुल कलाम, महात्मा गांधी, ए.आर. रहमान, एलन मस्क जैसे लोगों के अंदर थी।
उन्होंने अपने रास्ते में आने वाली हर असफलता को जिद की आग में जलाया और सफलता की कहानी लिखी।
| जिद्दी बनो |
2️⃣ क्यों जरूरी है लक्ष्य के लिए जिद्दी बनना?
हम सबके जीवन में लक्ष्य तो होते हैं —
किसी का सपना डॉक्टर बनना होता है, किसी का इंजीनियर, किसी का बिजनेसमैन।
लेकिन हर कोई अपने सपने को पूरा नहीं कर पाता। क्यों?
क्योंकि कुछ लोग शुरुआत में बहुत उत्साह से काम शुरू करते हैं, लेकिन मुश्किल आते ही पीछे हट जाते हैं।
सिर्फ वही लोग अपने लक्ष्य को हासिल करते हैं, जो कहते हैं –
“मुझे फर्क नहीं पड़ता रास्ता कितना कठिन है, मैं तब तक नहीं रुकूंगा जब तक मंज़िल नहीं मिलती।”
जिद ही वो ताकत है जो आपको आलस, डर और हार की भावना से दूर रखती है।
यह आपके अंदर एक आग पैदा करती है — कुछ कर दिखाने की आग।
3️⃣ जिद्दी लोग हार नहीं मानते
जिद्दी व्यक्ति हार को अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत मानता है।
वो जानता है कि गिरना खेल का हिस्सा है, लेकिन जो गिरकर भी उठ जाए, वही विजेता होता है।
उदाहरण के लिए:
-
थॉमस एडीसन ने बल्ब बनाने में लगभग 1000 बार असफलता पाई।
लेकिन उन्होंने कहा – “मैं 1000 बार असफल नहीं हुआ, मैंने 1000 तरीके सीखे कि बल्ब कैसे नहीं बनता।”
यही जिद उन्हें इतिहास में अमर बना गई। -
ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जब छोटे थे, उनके घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। लेकिन उनकी जिद थी कि वो कुछ बड़ा करेंगे।
वही जिद उन्हें भारत का मिसाइल मैन और राष्ट्रपति बना गई।
4️⃣ जिद और अनुशासन – सफलता की दो पटरियाँ
सिर्फ जिद ही काफी नहीं होती, जिद को दिशा देने के लिए अनुशासन चाहिए।
अगर जिद आग है, तो अनुशासन उस आग को नियंत्रित करने वाला चूल्हा है।
आप दिनभर अपने लक्ष्य के लिए मेहनत करना चाहते हैं, लेकिन बिना अनुशासन के वो ऊर्जा व्यर्थ चली जाती है।
इसलिए, अगर आप जिद्दी बनना चाहते हैं, तो अपने दिन को एक अनुशासित ढाँचे में ढालें।
✅ सुबह जल्दी उठें।
✅ दिन का एक लक्ष्य तय करें।
✅ फालतू चीजों से दूरी बनाएं।
✅ अपने काम में 100% फोकस करें।
जिद को अनुशासन में बदल दीजिए, आपकी मेहनत सोने जैसी कीमती हो जाएगी।
5️⃣ जिद्दी इंसान को कोई नहीं रोक सकता
जिद्दी व्यक्ति को दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती, क्योंकि वह खुद से समझौता नहीं करता।
वो जानता है कि जब तक वह नहीं झुकेगा, तब तक दुनिया भी उसे नहीं झुका सकती।
“जिद्दी इंसान वह होता है जो रास्ते नहीं ढूँढता, रास्ते बनाता है।”
ऐसे लोग दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं।
उनकी सफलता देख कर लोग कहते हैं — “इसने कर दिखाया!”
लेकिन कोई यह नहीं जानता कि उसने कितनी रातें जाग कर गुजारीं, कितनी बार रोया और फिर खुद को उठाया।
| हम में भी है दम |
6️⃣ जिद और आत्मविश्वास का गहरा संबंध
जिद्दी व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं होती।
उसे खुद पर भरोसा होता है कि वो जो चाहे कर सकता है।
यही आत्मविश्वास उसकी जिद को मजबूत बनाता है।
अगर आत्मविश्वास कमजोर पड़ जाए, तो जिद भी डगमगा जाती है।
इसलिए ज़रूरी है कि आप खुद पर विश्वास करें –
कि आपकी मेहनत, आपकी नीयत और आपका लक्ष्य सही दिशा में है।
“जिद वही करो जो दिल कहे सही है, क्योंकि गलत दिशा की जिद विनाश का कारण बन जाती है।”
7️⃣ जिद में धैर्य जरूरी है
जिद का मतलब यह नहीं कि आज मेहनत करो और कल परिणाम मिल जाए।
हर बड़े लक्ष्य को पाने में समय लगता है।
अगर आप अधीर हो गए, तो आप खुद अपनी जिद को कमजोर कर देंगे।
इसलिए जब आप किसी मंज़िल के लिए जिद्दी बनें, तो धैर्य रखें और लगातार प्रयास करते रहें।
कई बार रास्ता लंबा लगता है, लेकिन जब मंज़िल मिलती है तो सारी मेहनत का फल मीठा होता है।
8️⃣ असफलता आने पर क्या करें?
असफलता हर जिद्दी व्यक्ति के जीवन का हिस्सा है।
अगर असफलता से डर गए, तो आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
👉 जब असफलता मिले, तो उसे एक सीख के रूप में लो।
👉 खुद से सवाल करो – “कहाँ गलती हुई?”
👉 उस गलती को सुधारो और फिर से शुरुआत करो।
याद रखो, हर असफलता आपके लक्ष्य की ओर एक कदम है।
“हर हार तुम्हें कुछ नया सिखाने आती है, बस सीखने की जिद होनी चाहिए।”
9️⃣ जिद के बिना सपने अधूरे हैं
सपना हर कोई देखता है, लेकिन उसे पूरा करने के लिए जिद कुछ ही लोग करते हैं।
अगर आप अपने सपनों को सच करना चाहते हैं, तो उन्हें मजबूत इच्छा और जिद से जोड़िए।
क्योंकि जब तक आपके अंदर वो आग नहीं जलती कि “मुझे यह करना ही है”, तब तक कोई भी सफलता संभव नहीं है।
“सपना तभी हकीकत बनता है, जब जिद उससे जुड़ जाती है।”
सपने पूरे करने के लिए जिद्दी होना जरूरी है
10️⃣ अपने लक्ष्य की जिद को कैसे मजबूत बनाएं?
यहाँ कुछ तरीके हैं जिनसे आप अपनी जिद को और मजबूत बना सकते हैं:
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लक्ष्य स्पष्ट रखें:
जब लक्ष्य धुंधला होता है, तो जिद भी कमजोर हो जाती है।
अपने लक्ष्य को कागज पर लिखिए, रोज उसे देखिए। -
छोटे-छोटे कदम उठाइए:
एक बड़ा लक्ष्य पाने के लिए उसे छोटे हिस्सों में बाँटिए।
हर छोटा लक्ष्य पूरा होगा, तो आत्मविश्वास बढ़ेगा। -
सकारात्मक सोच रखें:
नकारात्मक लोग आपकी जिद को कमजोर करेंगे।
इसलिए अपने चारों ओर ऐसे लोग रखें जो आपकी ऊर्जा बढ़ाएँ। -
अपने अंदर की बात सुनिए:
दूसरों की राय पर नहीं, अपनी अंदरूनी आवाज़ पर भरोसा करें। -
हर दिन कुछ नया सीखिए:
ज्ञान आपकी जिद को दिशा देता है।
जितना सीखेंगे, उतना आगे बढ़ेंगे।
11️⃣ महान लोगों की जिद – प्रेरणादायक उदाहरण
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धीरुभाई अंबानी की जिद थी कि भारत का हर आम आदमी पेट्रोल, कपड़े और मोबाइल जैसी चीजों तक पहुँच सके।
उनकी जिद ने Reliance Empire खड़ा कर दिया। -
मैरी कॉम की जिद थी कि एक औरत भी बॉक्सिंग में विश्व विजेता बन सकती है।
समाज के ताने सुनकर भी उन्होंने हार नहीं मानी। -
स्टीव जॉब्स को खुद की कंपनी से निकाल दिया गया था।
लेकिन उनकी जिद थी कि वो दुनिया बदलेंगे — और उन्होंने Apple के जरिए वो कर दिखाया। सफल लोग भी सफलता के लिए जिद्दी थे तभी सफल हुए
12️⃣ जिद और सफलता का रिश्ता
जिद और सफलता एक-दूसरे के पूरक हैं।
अगर जिद नहीं है तो सफलता केवल किस्मत के भरोसे रह जाती है।
लेकिन अगर जिद है, तो किस्मत भी मजबूर हो जाती है आपको सफल बनाने के लिए।
“जिद्दी इंसान वही है जो परिस्थितियों को नहीं बदलने देता, बल्कि खुद परिस्थिति बदल देता है।”
13️⃣ निष्कर्ष: अपने लक्ष्य के लिए जिद्दी बनो
जीवन की सबसे बड़ी सच्चाई यही है कि कोई भी मंज़िल आसान नहीं होती।
लेकिन जो लोग जिद से आगे बढ़ते हैं, वही इतिहास रचते हैं।
आपके अंदर जो सपना है, उसे जिद में बदलिए।
हर दिन अपने लक्ष्य की ओर एक कदम बढ़ाइए।
रास्ते में चाहे कितनी भी रुकावटें आएँ, हार मत मानिए।
“जिद्दी बनो अपने लक्ष्य के लिए,
क्योंकि दुनिया झुकती है उसी के आगे जो झुकता नहीं।”
💡 अंतिम संदेश:
अगर आज आप अपने लक्ष्य के लिए जिद्दी बन गए,
तो कल सफलता आपकी जिद के आगे सिर झुकाएगी।
बस खुद से वादा करिए —
“मैं रुकूंगा नहीं, झुकूंगा नहीं,
जब तक अपने सपनों को हकीकत में नहीं बदल दूँगा।”
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